System Software in Hindi

दोस्तों अपने पिछले पोस्ट में मैंने आपको ऑपरेटिंग सिस्टम क्या होता है के बारे में बताया था आज हम जानेगे की सिस्टम सॉफ्टवेयर क्या है और उसका काम क्या होता है किसी भी कंप्यूटर सिस्टम के अंदर वैसे अगर मै आपको एक छोटा सा उदहारण सिस्टम सॉफ्टवेयर के बारे में दू तो बहुत ही अच्छा रहेगा और आप को इसको समझने में बड़ी आसानी होगी। वैसे आप में से बहुत से लोग कंप्यूटर या फिर लैपटॉप का इस्तेमाल तो करते ही होंगे उसमे एक ब्राउज़र होता है इंटरनेट एक्स्प्लोरर जो ऑपरेटिंग सिस्टम जब हम होने कंप्यूटर में इनस्टॉल करते है तो यह ब्राउज़र इसके अंदर पहले से ही रहता है। अगर आप इसको कभी अपने सिस्टम से अनइंस्टाल करने की कोशिश किये होंगे तो ये अनइंस्टाल नहीं होता क्यों की ये विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम में एक तरह का सिस्टम सॉफ्टवेयर है


मतलब मै आपको यही समझाने की कोशिश कर रहा हु की सिस्टम सॉफ्टवेयर ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जिसको हम अपने ऑपरेटिंग सिस्टम से अनइंस्टाल नहीं कर सकते है। 


what is System Software in Hindi
System Software in Hindi


What is System Software In Hindi - System Software क्या है


अब हम समझेंगे की सिस्टम सॉफ्टवेयर की परिभाषा क्या होगी इसको कैसे हम बहुत अच्छे से किसी दूसरे को समझा सकते है तो देखिये सिस्टम सॉफ्टवेयर जो होता है वह ढेर सारे सॉफ्टवेयर का एक सेट होता है जो कंप्यूटर हार्डवेयर को कण्ट्रोल और मैनेज करता है और सिस्टम के अंदर किसी भी प्रोग्राम को सही से चलने में मदत करता है।  सिस्टम सॉफ्टवेयर ऑपरेशन को कण्ट्रोल करते है और कंप्यूटर सिस्टम के प्रॉसेसिंग फंक्शन को बढ़ाने में मदत करते है। 

हमारे कंप्यूटर सिस्टम में कुछ ऐसे एप्लीकेशन होते है जो सिस्टम सॉफ्टवेयर की हेल्प से चलते है ,अब मै आप  कुछ सिस्टम सॉफ्टवेयर के उदहारण देता हु जैसे को ऑपरेटिंग सिस्टम ,डिस्क formatting सॉफ्टवेयर ,कंप्यूटर लैंग्वेज ट्रांसलेटर और भी सिस्टम सॉफ्टवेयर के उदहारण है। इन सॉफ्टवेयर में वे प्रोग्राम होते है जो बहुत low level language में लिखे होते है और अक्सर ये कंप्यूटर मनुफैचरेर द्वारा ही बनाये हुए होते है। सिस्टम सॉफ्टवेयर हार्डवेयर और उपयोग करने वाले के बीच इंटरफ़ेस का काम करते है। 

Operating System 

ऑपरेटिंग सिस्टम भी एक तरह का सिस्टम सॉफ्टवेयर होता है जो कंप्यूटर हार्डवेयर ,एप्लीकेशन और यूजर के बीच इंटरफ़ेस का काम करता है मतलब इन सब को एक दूसरे से कम्युनिकेशन करने में मदद करता है। यह कंप्यूटर प्रोग्राम के लिए comman सर्विसेज को प्रदान करता है इसके साथ साथ कंप्यूटर सिस्टम के अंदर जितने भी प्रोग्राम चलते है उन सब का एक रिकॉर्ड रखता है जैसे की एप्लीकेशन प्रोग्राम और जो सॉफ्टवेयर कंप्यूटर सिस्टम के अंदर होते है। 

Device Driver 

जब भी हम कोई external device (Printer, Scanner,Network Card ) अपने कंप्यूटर सिस्टम से लगाते है तो उस डिवाइस का एक डिवाइस ड्राइवर होता है जो ऑपरेटिंग सिस्टम को यह बताता है की उसका क्या काम है और किन किन इंस्ट्रक्शन को फॉलो करेगा। बहुत एक्सटर्नल डिवाइस में ड्राइवर पहले से डाउनलोड होते और बहुत से डिवाइस के लिए उसको डाउनलोड करना पड़ता है फिर उसको अपने सिस्टम में इनस्टॉल करना पड़ता है तभी वो एक्सटर्नल डिवाइस काम करता है। 

Device Driver Example : आप जब कोई नया स्कैनर या प्रिंटर अपने कंप्यूटर सिस्टम से कनेक्ट करते है और फिर प्रिंट कमांड (Ctrl +P )देता है तो आपको एक error आता है डिवाइस ड्राइवर मिसिंग या प्लीज कनेक्ट योर प्रिंटर जब की आप ने प्रिंटर कनेक्ट किया है यह तभी होता है जब आप के सिस्टम में उस प्रिंटर या स्कैनर का डिवाइस ड्राइवर इनस्टॉल नहीं होता है। इसको रेसोल्वे करने के लिए आप उसके वेबसाइट से ड्राइवर डाउनलोड कर के इनस्टॉल कर देते है और प्रॉब्लम सोल्वे हो जाता है। 

Utility Software In Hindi

यूटिलिटी सॉफ्टवेयर ऐसे प्रोग्राम होते है जो बहुत ही specific टास्क को करते है जैसे की सिस्टम के resourse को मैनेज करना। ऑपरेटिंग सिस्टम के अंदर बहुत से यूटिलिटी सॉफ्टवेयर मैनेजमेंट के लिए होते है जैसे की डिस्क मैनेजमेंट। प्रिंटर और भी डिवाइस को मैनेज करना। यूटिलिटी सॉफ्टवेयर के कुछ उदहारण कुछ इस तरह है एंटीवायरस सॉफ्टवेयर ,डिस्क टूल ,बैकअप सॉफ्टवेयर और भी।

कम्पाइलर (Compiler )

कम्पाइलर एक तरह का सॉफ्टवेयर है जो किसी भी प्रोग्राम के meaning को बदले बिना एक भाषा में लिखे गए कोड को किसी दूसरे भाषा में बदलने का काम करता है। कम्पाइलर किसी भी कोड को optimize और efficient करता है। 

कम्पाइलर जब किसी भी कोड को compile करता है तो वह कुछ मुख्य चरण को फॉलो करता है जैसे की प्रॉसेसिंग ,लेक्सिकल एनालिसिस ,पार्सिंग ,सिमेंटिक एनालिसिस ,इनपुट प्रोग्राम को इंटरमीडिएट रिप्रजेंटेशन में कन्वर्ट करना ,कोड को ऑप्टिमाइज़ करना और कोड को generate करना है। कम्पाइलर का एक अच्छा उदहारण है JAVA को compile करने के लिए हम java कम्पाइलर का उपोग करते है। 

इंटरप्रेटर (Interpretar )

इंटरप्रेटर एक कंप्यूटर प्रोग्राम है जो डायरेक्टली execute होता है ,यह script language ,या programing language में लिखे गए इंस्ट्रक्शन को perform करता है। इंटरप्रेटर किसी भी प्रोग्राम को मशीन लैंग्वेज के प्रोग्राम  में compile करने की जरुरत नहीं होती है। एक्सक्यूटे होने से पहले एक इंटरप्रेटर high लेवल इंस्ट्रक्शन को intermediate रूप में ट्रांसलेट करता है फिर एक्सेक्यूट होता है। 

इंटरप्रेटर एक तरह से फ़ास्ट भी होता है क्यों की जब ये मशीन इंस्ट्रक्शन को जेनेरेट करता है तो इसको compile करने की जरुरत नहीं होता है। इंटरप्रेटर किसी भी प्रोग्राम को तब तक translate करता है जब तक की उसको कोई error ना मिले अगर कोई error मिलता है तो यह उस प्रोग्राम को एक्सक्यूट करना रोक देता है ,जिससे हम उस error को खोज कर ठीक कर सकते है। Programing language जैसे की PHP ,ruby ,python इंटरप्रेटर का इस्तेमाल करते है।  

असेम्बलर (Assembler )

असेम्बलर एक तरह का प्रोग्राम होता है जो मशीनी भाषा को असेंबली भाषा में बदलता है। यह बेसिक कमांड और ऑपरेशन को एक प्रकार के प्रोसेसर के लिए विशिस्ट बाइनरी कोड में बदल देता है। असेम्बलर भी कम्पाइलर की तरह एक्सेक्यूटबल कोड को प्रोडूस करते है। फिर भी असेम्बलर बहुत ही साधारण होते है क्यों की वो मशीन कोड को low level असेंबली भाषा में कन्वर्ट करते है। चुकी प्रत्येक असेंबली भाषा एक विशिस्ट प्रोसेसर के लिए डिज़ाइन की होती है इसलिए असेंबली कोड मशीन कोड से सिम्प्ल one to one मैपिंग का उपयोग करके एक प्रोग्राम को असेम्ब्ल किया जाता है।  

System Software के feature 

दोस्तों अब हम सिस्टम सॉफ्टवेयर के बारे में कुछ महत्वपूर्ण फीचर के  बारे में जानेगे तो चलिए जानते है। 

सिस्टम सॉफ्टवेयर सिस्टम के सबसे करीब होता है। 
इसको डिज़ाइन करना समझना थोड़ा कठिन होता है। 
यह low लेवल भाषा में लिखा जाता है। 
तेज स्पीड होती है। 
सिस्टम सॉफ्टवेयर साइज में भी छोटा होता है। 
मैनुपुलेट करने में कठिनाई होती है। 

Conclusion

दोस्तों मै आशा करता हु ये पोस्ट सिस्टम सॉफ्टवेयर क्या है (What is system software In Hindi )  आपको बहुत अच्छा लगा होगा और आपको जरूर कुछ नया सिखने को मिला होगा। इस पोस्ट में मैंने सिस्टम सॉफ्टवेयर के बारे में पूरी डिटेल से बताया है और इसके फीचर के बारे में भी पूरी जानकारी दी है। अगर आप को इस आर्टिकल से लेकर कोई भी Question या कोई doubt है या फिर कोई सुझाव है तो मुझे कमेंट बॉक्स में लिख कर बताना ना भूले और साथ ही साथ इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे और जानकारी बाटे। 

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